एक कलयुगी बाप जिसने खुद ही मार डाला बेटी को

WhatsApp Image 2022 06 08 at 11.35.27 AM
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 JUN 2022 11:47 AM
bookmark

Unnav News : उन्नाव के बांगरमऊ में दलित किशोरी की हत्या उसके पिता ने ही की थी। गांव भिखारीपुर रुल्ल में अपने पड़ोसियों को फंसाने के लिए पूरी कहानी गढ़ी गई। पहले पिता ने पिलर पर पटक कर 11 वर्षीय बेटी सोनम की हत्या की। इसके बाद उसके प्राइवेट पार्ट पर चोट दी। ताकि दुष्कर्म के बाद हत्या करने के आरोपों में पड़ोस में रहने वाली विधवा महिला रीना, उसके जेठ संतोष, देवर बच्चन, भाई राजू व राजेश को फंसाया जा सके। अब पुलिस ने पूरे मामले से पर्दा उठाया है।

बेटी को दौरे आते थे, इलाज से परिवार परेशान था

एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी पिता ध्रुव 3 महीने पहले गांव की रहने वाली विधवा को नौकरी दिलाने के बहाने दिल्ली ले गया था। गांव वापस लौटने के बाद विधवा ने ध्रुव पर आरोप लगाए। उसे फिरोजाबाद ले जाने के बाद कमरे में बंधक बनाकर रखा गया। वहां उसका शारीरिक शोषण किया गया।

इसके बाद ध्रुव गांव के बजाए माखी क्षेत्र के कोरारी कला गांव में रहने लगा था। 3 जून को उसकी पत्नी राजरानी मायके गई थी। ध्रुव की 11 वर्षीय बेटी को दौरे पड़ते थे। जब ध्रुव अपने घर पहुंचा, तो बेटी को दौरा आया हुआ था। उसके इलाज से घर वाले परेशान थे। ध्रुव ने प्लान बनाया कि पड़ोसी विधवा और उसके परिवार को फंसाया जा सकता है।

हत्या के बाद पुलिस को बताया कि बेटी खो गई 5 जून को साले की बाइक लेकर ध्रुव व उसकी पत्नी भिखारीपुर रुल्ल गांव पहुंचे। यहां पत्नी को छोड़ने के बाद वह गांव के ही दूसरे घर में ठहर गया। 6 जून की शाम को वो घर पहुंचा। बेटी से कहा कि आलमपुर रेतवा गांव में रहने वाली मौसी ने बुलाया है। पत्नी के सामने ही बेटी को लेकर आलमपुर रेतवा गांव पहुंचा। जहां उसने माइन स्टोन के पिलर पर बेटी का सिर पटक दिया। पड़ोसियों को दुष्कर्म मामले में फंसाने के लिए बेटी के प्राइवेट पार्ट को भी चोटिल कर दिया। प्लानिंग के तहत इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई।

अगले दिन सुबह यानी सोमवार को लाश बरामद हुई। घटनास्थल पर पिता की चप्पल पुलिस को मिली थी। उसे मां ने अपने बेटे शिवा को भेजकर हटवाया था। पुलिस पूछताछ में राजरानी ने बयान दिए कि बेटी की मौत के बाद उनके पति दुखी थे। इसी दौरान उनकी चप्पल छूटी होगी।

घटना के वक्त 4 घंटे मोबाइल बंद था 5 जून की रात आरोपी पिता का मोबाइल 8.20 मिनट पर बंद हो जाता है। उसके बाद देर रात 12.50 मिनट पर ऑन किया जाता है। करीब 4 घंटे तक मोबाइल बंद रहता है। 8.20 मिनट पर जब मोबाइल बंद होता है, तो उसकी लोकेशन फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र के हुलासी कुआं के पास मिलना बताया जा रहा है।

स्वॉट टीम को इनाम दिया घटना से थाना पुलिस बेहद उलझी हुई थी। इसके लिए स्वॉट टीम को लगाया गया था। मंगलवार को आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह बांगरमऊ पहुंची थी। उनके पहुंचने के पहले ही स्वॉट टीम खुलासे के करीब थी। अच्छे काम पर स्वॉट प्रभारी प्रदीप कुमार समेत पूरी टीम को 10 हजार का इनाम दिया है।

--
अगली खबर पढ़ें

Lucknow Crime News : PUBG खेलने से रोका तो माँ को मारी गोली

WhatsApp Image 2022 06 08 at 11.25.44 AM
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 JUN 2022 11:27 AM
bookmark
Lucknow News: PUBG ना खेलने देने से नाराज 16 साल के बेटे ने अपनी मां की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद मां के शव के साथ तीन दिन घर में रहा। 10 साल की बहन को भी धमकाकर घर से बाहर जाने से रोके रखा। शव सड़ने से बदबू फैली तो सेना में अधिकारी पिता को खुद फोन करके बताया कि मां की हत्या कर दी है। पिता की जानकारी पर मंगलवार रात पुलिस ने शव को घर से बाहर निकाला। मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले नवीन कुमार सिंह सेना में जूनियर कमीशन्ड ऑफिसर हैं। उनकी पोस्टिंग पश्चिम बंगाल में है। लखनऊ के पीजीआई इलाके में यमुनापुरम कॉलोनी में उनका मकान है। यहां उनकी पत्नी साधना (40 साल) अपने 16 साल के बेटे और 10 साल की बेटी के साथ रहती थीं। बेटे ने मंगलवार रात अपने पिता नवीन को वीडियो कॉल करके बताया कि उसने मां की हत्या कर दी है। उसने पिता को शव भी दिखाया। नवीन ने एक रिश्तेदार को फोन करके तत्काल अपने घर भेजा। पुलिस पहुंची तो घर के अंदर के हालात देखकर दंग रह गई।पुलिस का दावा- मोबाइल पर गेम खेलने से रोका तो मार डाला ADCP काशिम आब्दी के मुताबिक, बेटा मोबाइल पर गेम खेलने का आदी था, लेकिन साधना उसे गेम खेलने से रोकती थीं। शनिवार की रात भी उन्होंने बेटे को गेम खेलने से मना किया। बेटा इससे नाराज हो गया। रात करीब 2 बजे जब साधना गहरी नींद में थीं, उसने अलमारी से पिता की पिस्टल निकाली और मां की हत्या कर दी। इसके बाद बहन को डरा-धमकाकर उसी कमरे में बंद कर दिया। भाई के खौफ से मां की लाश के साथ सोती रही मासूम पुलिस ने मंगलवार देर रात बाहर का गेट खोला तो घर के अंदर से असहनीय बदबू आ रही थी। पुलिस वाले नाक पर रुमाल रखकर किसी तरह भीतर दाखिल हुए तो बेड पर साधना की सड़ी हुई लाश पड़ी थी। शव इतना सड़ चुका था कि चेहरा पहचान पाना मुश्किल था। उसी कमरे में सिसकियां लेती साधना की 10 साल की बेटी भी थी। पुलिस का दावा है कि बेटे ने बहन के सामने मां को गोली मारी। इससे वो इतनी दहशत में आ गई कि भाई के कहने पर मां की लाश के साथ ही सोती रही।लाश के बगल में पड़ी थी पिस्टल, पूरी मैगजीन खाली थी पुलिस को साधना के शव के पास नवीन की लाइसेंसी पिस्टल मिली। पिस्टल की मैगजीन पूरी खाली थी। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बेटे ने मैगजीन की 6 गोलियां मां के ऊपर दाग दीं। हालांकि, लाश सड़ जाने की वजह से शरीर पर गन शॉट दिखाई नहीं दे रहे थे। पुलिस ने बेटे से काफी पूछताछ की, लेकिन उसने कितनी गोलियां दागीं बता नहीं पाया। इसके लिए पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।पुलिस को पहले गुमराह किया पुलिस ने बताया कि बेटे से घटना के बारे में जानकारी ली गई तो उसने पहले गुमराह करना शुरू किया। बताया कि बिजली मिस्त्री घर आया था। उसी ने मां की हत्या कर दी है, लेकिन कड़ी पूछताछ के बाद पूरी कहानी सामने आ गई। बेटे ने हत्या की बात स्वीकार कर ली। बर्थ-डे वाली रात मां-बेटे की लड़ाई हुई दूसरी ओर पुलिस का यह भी कहना है कि साधना किसी बात से नाराज होकर बेटे को लगातार प्रताड़ित कर रही थी। अक्टूबर में बेटे का जन्मदिन था। बर्थडे की उसी रात बेटे ने मां की कोई ऐसी शिकायत पापा से की, जिसे लेकर दोनों में बहुत विवाद हुआ। इसके बाद से साधना लगातार बेटे को प्रताड़ित कर रही थी। घटना से दो दिन पहले 10 हजार रुपए चुराने का आरोप लगाकर बेटे की बेतहाशा पिटाई की थी। तभी उसने मां की हत्या करने की सोच ली थी। पुलिस का कहना है कि बेटे को मां की किसी आदत से बेहद नफरत थी। इसकी उसने पापा से कई बार शिकायत की। बावजूद इसके मां की हरकत में बदलाव नहीं आया। इसी हरकत से तंग आकर एक साल पहले वो घर छोड़कर भाग गया था। वह हरकत क्या थी, इस पर पुलिस ने हालांकि कोई बात नहीं बताई है। फिलहाल पुलिस ने बेटे को अपने संरक्षण में लेकर 10 साल की बेटी को नवीन के भाई के सुपुर्द कर दिया है।
अगली खबर पढ़ें

Lucknow News : रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने ट्विटर पर नाम के आगे जोड़ा बिश्नोई

Jayant Chaudhary copy
locationभारत
userचेतना मंच
calendar07 JUN 2022 02:53 PM
bookmark
Lucknow : लखनऊ । समाजवादी पार्टी की मदद से राज्यसभा सदस्य निर्वाचित राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने पहले नाम जयंत सिंह लिखा था, अब वह जयंत सिंह बिश्नोई हो गए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी ने ट्वीटर पर अपने नाम के आगे बिश्नोई जोडऩे का कारण भी बताया है। राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख जयंत चौधरी ने ट्विटर पर अपने नाम नाम के आगे बिश्नोई जोड़ लिया है। सोशल नेटवर्क साइट ट्विटर पर अपना नाम बदलने की जानकारी भी उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर साझा की है। ट्विटर पर जयंत चौधरी का नाम पहले जयंत सिंह था, लेकिन अब उसको बदल कर उन्होंने जयंत सिंह बिश्नोई कर दिया है। उन्होंने लिखा कि क्या आप जानते हैं, मेरे नाम में चौधरी अजित सिंह की इच्छा अनुरूप कुमार भी है। माता के स्मृति में और शांतिप्रिय बिश्नोई समाज के सम्मान में जून माह के लिए ट्विटर पर नाम जोड़ा है। ऐसे वक्त जब धर्म और जाति पर आधारित बंटवारे पर चर्चा है, शायद कुछ लोगों की आंखों से पर्दा उठ जाए।