Wednesday, 18 June 2025

उत्तर प्रदेश के इस खास शहर पर मेहरबान हुए योगी, खर्च करेंगे 15 हजार करोड़

UP News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के एक शहर पर खासतौर से मेहरबान हो गए हैं।…

उत्तर प्रदेश के इस खास शहर पर मेहरबान हुए योगी, खर्च करेंगे 15 हजार करोड़

UP News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के एक शहर पर खासतौर से मेहरबान हो गए हैं। उत्तर प्रदेश के इस खास शहर को प्रदेश का मॉडल शहर बनाने का बड़ा फैसला उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है। उत्तर प्रदेश के इस खास शहर का कायाकल्प करने के लिए 15 हजार करोड रुपए खर्च करने की बड़ी योजना बनाई गई है। उत्तर प्रदेश के इस खास शहर का ऐतिहासिक महत्व समझते हुए शहर के विकास पर इतनी बड़ी धनराशि खर्च करने का बड़ा फैसला प्रदेश की सरकार ने लिया है।

उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध शहर मेरठ के विकास पर खर्च होंगे 15 हजार करोड रुपए

उत्तर प्रदेश में जिस खास शहर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेहरबान हुए हैं उस शहर का नाम मेरठ है। मेरठ शहर पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सबसे महत्वपूर्ण शहर माना जाता है। मेरठ शहर राजनीतिक रूप से भी बहुत ही महत्वपूर्ण शहर है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ को आधुनिक बुनियादी ढांचे और सांस्कृतिक पहचान के साथ विकसित करने की दिशा में इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान की विस्तार से समीक्षा की है। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि इस योजना के अंतर्गत 93 परियोजनाएं प्रस्तावित हैं, जिनकी कुल अनुमानित लागत लगभग 15 हजार करोड़ रुपये है। इनमें से छह परियोजनाओं पर कार्य आरंभ हो चुका है। इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरठ एक ऐतिहासिक, औद्योगिक और शैक्षणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहर है, जिसे खेल, शिक्षा, संस्कृति और व्यापार का प्रेरणादायी केंद्र बनाया जाना चाहिए। उन्होंने इस योजना को मेरठ के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक मील का पत्थर बताया और सभी परियोजनाओं को पारदर्शिता, समयबद्धता और गुणवत्ता के मानकों के अनुरूप क्रियान्वित करने के निर्देश दिए।

खबर के मुताबिक योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरठ का स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा इतिहास, खेल उद्योग में अग्रणी भूमिका और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से निकटता इसे एक विशेष स्थान प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि इस योजना में स्थानीय पहचान, परंपरागत शिल्प और सांस्कृतिक विरासत को विशेष रूप से संरक्षित करते हुए विकास कार्य किए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि स्मार्ट मेरठ की परिकल्पना को मूर्त रूप देने के लिए शहर में केवल डिजिटल होर्डिंग लगाए जाएं, पूरे नगर को सीसीटीवी नेटवर्क से जोड़ा जाए और निगरानी व्यवस्था को व्यापारिक प्रतिष्ठानों व आम नागरिकों की भागीदारी से और मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि निगरानी फुटेज आवश्यकता पड़ने पर पुलिस के लिए आसानी से उपलब्ध होनी चाहिए।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर में डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण, नदियों के पुनर्जीवन, और स्वच्छता अभियानों को तेजी से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेरठ को पर्यावरणीय दृष्टि से अनुकरणीय शहर के रूप में स्थापित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने, सार्वजनिक परिवहन में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने, और सीवरेज-ड्रेनेज प्रबंधन को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से विकसित करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि एसटीपी की तकनीक के साथ-साथ प्राकृतिक जल प्रवाह को बनाए रखते हुए ड्रेनेज की व्यवस्था की जानी चाहिए।

 मेरठ की सड़कों को बनाया जाएगा स्मार्ट

इस समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि “सीएम ग्रिड मेरठ” योजना के तहत प्रमुख सड़कों को स्मार्ट रोड के रूप में विकसित किया जाएगा, जिनमें भूमिगत यूटिलिटी डक्ट, एलईडी लाइटें, संकेत व्यवस्था और फुटपाथ जैसी सुविधाएं शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि भविष्य में बार-बार खुदाई से बचने के लिए यूटिलिटी डक्ट का निर्माण सड़क निर्माण के साथ ही किया जाए. साथ ही, मुख्यमंत्री ने वेस्टर्न रिंग रोड (52 किमी) और इनर रिंग रोड जैसी परियोजनाओं को मेरठ की भीड़-भाड़ से निजात दिलाने में सहायक बताया. उन्होंने अबू नाला, दौराला, गढ़ रोड, मसूरी और परिक्षितगढ़ मार्ग जैसे मार्गों के चौड़ीकरण और सुगम संपर्क की दिशा में ठोस कार्यवाही के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरठ जैसे ऐतिहासिक नगर में सांस्कृतिक स्थलों का पुनरुद्धार भी प्राथमिकता में होना चाहिए। उन्होंने संजय वन, सूरजकुंड, विक्टोरिया पार्क, तालाबों और अन्य विरासती स्थलों को संरक्षित और विकसित करने के निर्देश दिए। “मेरठ मंडपम” की परियोजना को सांस्कृतिक आयोजनों के लिए अत्यंत उपयोगी बताते हुए उन्होंने इसे नगर की सांस्कृतिक पहचान का केंद्र बनाने की बात कही। मुख्यमंत्री योगी ने मेरठ की पारंपरिक आभूषण निर्माण कला को संगठित रूप देते हुए इसे ज्वेलरी हब के रूप में विकसित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कारीगरों के लिए साझा कार्यस्थलों, आधुनिक उपकरणों, विपणन सहायता और सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि, प्रति व्यक्ति आय में संभावित वृद्धि और शहरीकरण को ध्यान में रखते हुए मेरठ के आधारभूत ढांचे को मजबूत किया जाना अनिवार्य है। उन्होंने निर्देश दिए कि नगर निगम, विकास प्राधिकरण, आवास विकास परिषद, लोक निर्माण और सिंचाई विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी ने “इंटीग्रेटेड डिविजनल ऑफिस” की परियोजना को जनता से सीधे जुड़ा बताते हुए कहा कि इसका बाहरी स्वरूप मेरठ की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करे। उन्होंने कहा कि योजनाओं में हैकाथॉन 2.0 के माध्यम से मिले सुझावों को शामिल किया गया है और आगे भी जनप्रतिनिधियों व आमजन की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि शहर को विकसित करने के लिए खासतौर से महिलाओं की राय जरूर ली जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार अपने विकास अभियान में महिलाओं की राय को विशेष महत्व देती रही है। UP News

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