Friday, 26 April 2024

Health : सब्जिओं का राजा  है ‘बैंगन’ पोषक तत्वों से भरपूर

विनय संकोची Health : ‘बैंगन'(‘Eggplant’) भारत में पैदा हुआ और देखते ही देखते आलू से के बाद दूसरी सबसे ज्यादा…

Health : सब्जिओं का राजा  है ‘बैंगन’ पोषक तत्वों से भरपूर

विनय संकोची

Health : ‘बैंगन'(‘Eggplant’) भारत में पैदा हुआ और देखते ही देखते आलू से के बाद दूसरी सबसे ज्यादा खपत वाली सब्जी बन गया। वैसे बैंगन की सबसे अधिक पैदावार चीन में होती है, भारत दूसरे नंबर पर है। बैंगन को बहुत से लोग पसंद नहीं करते हैं, लेकिन शायद उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि यह हमारी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है। यह इकलौती सब्जी है जिसके सिर पर ताज है। इस हिसाब से बैंगन को सब्जियों का राजा कहा जा सकता है। बैंगन सोलेनेसी कुल के सोलेनम मेलौंगना के अंतर्गत आता है। इसे अंग्रेजी में ब्रिंजल कहा जाता है बैंगन को संस्कृत में वृतांक, भंटाकी, कन्नड़ में बदने, गुजराती में रिंगाणा, वेगण, तमिल में कत्तरिक्काई, तेलुगु में बंकाया, वेरीवेंगा, नेपाली में भांटा, मराठी में वांगे, वांगी, मलयाली में वालूटीना और हिंदी में बैंगन, बेगुन, भंटा नाम से जाना जाता है।

बैंगन को तमाम लोग ‘बेगुण’ मानते हैं, अर्थात जिसमें कोई गुण न हो। लेकिन सच्चाई यह है कि बैंगन अनेक पोषक तत्वों का खजाना है। बैंगन में सोडियम, पोटेशियम, डाइटरी फाइबर, शर्करा, प्रोटीन, विटामिन-सी, आयरन, कैल्शियम, विटामिन-डी, विटामिन-बी6, मैग्नीशियम, कोबालामिन, कार्बोहाइड्रेट्स, फास्फोरस, जिंक, थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, फॉलेट फैटी एसिड आदि गुणकारी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। आयुर्वेद में बैंगन को कटु, तिक्त, स्निग्ध, क्षारीय, कफवात, दीपन, शुक्रकारक, रुचिकारक, ग्राही, निद्राकर तथा शोणितवर्धक कहा गया है।

आइए जानते हैं बैंगन के गुण व उपयोग के बारे में-

• बैंगन जोड़ों के दर्द में उपयोगी है। बैंगन को भूनकर पीसकर दर्द वाले जोड़ पर कपड़े में लपेटकर बांधने से दर्द में राहत मिलती है।

• बैंगन खुजली की समस्या को भी दूर करता है। बैंगन के पत्तों और फल को कुचल कर लेप बनाएं। उसमें शक्कर मिलाकर खुजली वाली जगह पर लगाएं। खुजली में आराम आएगा।

• आजकल लोगों को अनिद्रा की बीमारी भी बहुत सताती है। यदि बैंगन को भूनकर भर्ता बनाकर उसमें शहद मिलाकर सेवन किया जाए तो अच्छी नींद आती है। अनिद्रा से छुटकारा मिलता है।

• बैंगन के सेवन से मधुमेह में बड़ा लाभ मिलता है। बैंगन में मौजूद फेनोलिक्स उच्च रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में सहायक होता है। बैंगन को अपनी खुराक में शामिल कर मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है।

• बैंगन शरीर में रक्त की अल्पता (एनीमिया) के जोखिम को कम करने का काम करता है। बैंगन में मौजूद फोलेट (Folate)और आयरन(Iron ), एनीमिया(Anemia) से छुटकारा दिलाने में सहायता कर सकते हैं।

• बैंगन में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को नियंत्रित करने का भी गुण होता है। बैंगन का जूस कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होता है।

• बैंगन के सेवन से कमजोर हड्डियों को मजबूत किया जा सकता है। बैंगन में कैल्शियम (Calcium)और पोटेशियम (Potassium)अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं और यह दोनों की तत्व सीधे तौर पर हड्डियों को मजबूती प्रदान करने का काम करते हैं।

• बैंगन में एंटी एजिंग (Anti aging)गुण पाए जाते हैं। इसमें विटामिन-ए (Vitamin-A), विटामिन-सी(Vitamin-C ), विटामिन-ई(Vitamin-E )  के साथ फैटी एसिड (Fatty Acids) भी मौजूद होते हैं और यही सब तत्व बढ़ती उम्र के प्रभाव को दूर करने में सहायक होते हैं। बैंगन का  जूस पीना मतलब बुढ़ापे को हराना।

• बैंगन के सेवन से अपने हृदय को भी स्वस्थ रखा जा सकता है। बैंगन में मौजूद विटामिन-ए(Vitamin-A) , विटामिन-सी(Vitamin-C) , बी-कैरोटीन (B-Carotene ) और पॉलिफेनोलिक (Polyphenolic) कंपाउंड इसे शक्तिशाली कार्डियोप्रोटेक्टिव गुणों से भरपूर बनाते हैं। यही कारण है कि बैंगन को हृदय के स्वास्थ्य के लिए उत्तम विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

• बैंगन में पाए जाने वाले आयरन(Iron ) , फॉलेट (Folate) , जिंक(Zinc)  और विटामिन-ए (Vitamin-A) , विटामिन-बी (Vitamin-B) , विटामिन- सी(Vitamin-C)  जैसे पोषक तत्व इसे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी बनाते हैं। बैंगन याददाश्त बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है।

• बैंगन पाचन तंत्र सुधारने में भी सहायता करता है।

• बैंगन के सेवन से वजन घटाने में भी मदद मिल सकती है बैंगन में प्रचुर मात्रा में फाइबर (Fiber)  होता है और इसमें कैलोरी (Calories) बहुत कम होती है। इसलिए इसके सेवन से जल्दी-जल्दी भूख नहीं लगती है।

• बैंगन खाने से कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है। बैंगन में पाया जाने वाला एक विशेष तत्व एंथोसायनिन कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि में बाधा उत्पन्न करता है। इसलिए बैंगन के सेवन से कैंसर रोगियों को सहायता मिल सकती है।

 जरूरी बात : कुछ लोगों को बैंगन से एलर्जी हो सकती है, सावधान रहें। अधिक मात्रा में बैंगन का सेवन पेट में जलन पैदा कर सकता है। निम्न रक्तचाप में बैंगन का ज्यादा सेवन उचित नहीं है। लो ब्लड शुगर के रोगियों को बैंगन के नियमित सेवन से बचना चाहिए। एक दिन में आधा कप बैंगन का सेवन ही उचित माना जाता है।

विशेष : यहां बैंगन के गुण-उपयोग के बारे में विशुद्ध सामान्य जानकारी दी गई है। किसी भी उपाय की सफलता का दावा हम बिल्कुल नहीं करते हैं। बैंगन से रोगों का उपचार सुयोग्य चिकित्सक/आयुर्वेदाचार्य/आहार विशेषज्ञ से परामर्श के बिना करना नुकसानदायक हो सकता है। याद रहे सामान्य जानकारी चिकित्सकीय परामर्श का विकल्प नहीं है।

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