Tuesday, 19 March 2024

Health : ये घुटती सांसें और अदरक

अंजना भागी कार्तिकेय उनके विवाह के सात साल बाद हुआ था। उनकी खुशियों का तो ठिकाना ही नहीं था। खुशियों…

Health : ये घुटती सांसें और अदरक

अंजना भागी
कार्तिकेय उनके विवाह के सात साल बाद हुआ था। उनकी खुशियों का तो ठिकाना ही नहीं था। खुशियों पर ग्रहण तब लगा जब बच्चा 9 महीनों का हुआ। बच्चा लगातार रोये न दूध पीए न पानी। मुंह में बॉटल लगाएं तो झपटकर मुंह खोले एक घूंट पीते ही मुंह हटा ले और तड़प-तड़प कर रोये।

कार्तिकेय को डॉक्टर के पास ले गए तो पता चला बच्चे को सांस की तकलीफ है। नाक से सांस ले तो नाक म्यूकस से बंद। मुँह में बॉटल दें तो आप समझ ही सकते हैं। खैर इलाज हुआ कार्तिकेय बहुत ही कमजोर हो गया था। उसकी मां को हर वक्त वहम कि मैंने यूं किया तो हो गया, नहलाने से हो गया इत्यादि। उधर कार्तिकेय की दादी अम्मा वो अपना शोर मचाएँ। बेटी खाली दवाईयां मत खिला। न पूछिये-एक दिन उन्होंने बड़े प्यार से कार्तिकेय की मां को पास बैठाया और समझाया और उसकी मां ने भी उनकी बात को माना। आठ साल लगे लेकिन बच्चा बिलकुल ठीक हो गया। आप या आपके आस-पास भी यदि कोई इस कष्ट को झेल रहा है तो पहले इस्तेमाल करें फिर विश्वास।

मात्रा : सामान्य रूप से एक दिन में 100 एमजी से लेकर दो ग्राम तक अदरक का सेवन किया जा सकता है।
अदरक के पोषक तत्व : अदरक मिनरल, विटामिन्स, लिपिड्स, फाइबरस सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर है। इसमें पानी 78.89 ग्राम, एनर्जी 80 किलो कैलोरीज, प्रोटीन 1.82, टोटल लिपिड्स 0.75 ग्राम, कारबोहायडरेट 17.72 ग्राम, टोटल डायट्री 2 ग्राम, शुगर 1.7 ग्राम, मेग्निसियम 43 मिलीग्राम फास्फोरस 34 मिलीग्राम, पॉटेशियम 415 मिलीग्राम, सोडियम 13 मिलिग्राम, जि़ंक 0.34 मिलीग्राम, कॉपर 0.226 मिलीग्राम, मैगनीज 0.229 मिलीग्राम, सेलेनियम 0.7 माइक्रोग्राम, कैल्शियम 16 मिलीग्राम, आयरन 0.6 मिलीग्राम, मैग्नीशियम 43 मिलीग्राम, सैलेनियम 0.7 माइक्रोग्राम,

विटामिन : विटामिन सी 5 मिलीग्राम, थायमिन 0.025 मिलीग्राम, रायबोफ्लेवीन 0.034 मिलीग्राम, नियासिन 0.75 मिलीग्राम, विटामिन बी -6, 0.16 मिलीग्राम, फोलेट 11 माइक्रोग्राम, विटामिन ई 0.26 माइक्रोग्राम, विटामिन के 0.1 माइक्रोग्राम।
लिपिड : फैटी एसिड्स (सैटु रेटेड) 0.203 ग्राम । फैटी एसिड्स मोनो (अनसैचुरेटेड) 0.154 ग्राम, फैटी एसिड्स ( पॉलीसैचुरेटेड) 0.154 ग्राम अत्यंत महत्वपूर्ण तत्वों के रहते अदरक एक नायाब औषधि है।
कैसे इस्तेमाल करें
सुबह उठते ही हर बच्चा दूध पीता है आप ताजा अदरक थोड़ा सा घिस लें उसे आधा कप पानी में उबाल लें। अब उस पानी को या तो चमच से दबाकर रस अलग कर लें या फिर एकदम साफ छननी से छान लें। आपने बच्चे के दूध की जो बॉटल तैयार की है अब उसमें ये अदरक वाला पानी जोकि लगभग एक या दो चममच ही होगा मिला दें। साथ में स्वादनुसार शहद यानि यदि आप बच्चे को मीठा दूध देती हैं तो आपको आइडिया है ही यदि नहीं तो बहुत थोड़े से शुरुआत करें। सुबह का ये पहला दूध है। बच्चा भूखा होता है पी भी जाएगा। अदरक ज्यादा न हो। नहीं तो बच्चा पिएगा नहीं। छननी वाला अदरक बच्चे की माँ चाय या दूध जो भी पीती हैं। अपने कप में मिला लें और पी लें। आप देखेंगे की कुछ देर बाद बच्चा छींके मारेगा साथ ही नाक से म्यूकस भी निकलेगा लेकिन बच्चे को बहुत राहत मिलेगी। यदि बच्चा माँ का दूध ही पीता है। तब मां अपने भोजन में अदरक खाये बच्चे को आराम मिलेगा। इसके बाद आप रोज ही सुबह की बॉटल में ये ही देने का नियम बना लें। लेकिन यदि तकलीफ हो तो डॉक्टर से ही इलाज लें। उन दिनों अदरक शहद भी ना दें। आप देखेंगे की बच्चा कमजोर नहीं होगा तकलीफ भी घटते-घटते घट ही जाएगी।
इतने सारे पोषक तत्वों के साथ खाली स्वाद ही नहीं औषधीय गुणो से भी भरपूर होता है अदरक। रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा तो है ही बल्कि इसके औषधीय गुणों के कारण ही इसकी हमारे जीवन में अहम भूमिका है।
अदरक के फायदे :
प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए
अदरक का सेवन करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रहती है। इसको भून भान कर डालने की अपेक्षा इसको कस लें बनी हुई गरम सब्जी में मिला दें। या चाय जब तैयार हो जाये कप में उड़ेल उस चाय में अदरक मिला पी लें। इससे आपकी इम्युनटी बढ़ेगी। खांसी, जुकाम, गला दर्द यदि अभी शुरू ही हुआ है तो ऐसे ही अदरक के इस्तेमाल से ठीक हो जायेगा यानी यह प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने में पूरा सहायक साबित हो सकता है। यदि आदरक नहीं है तो पाउडर(सोंठ) का भी इस्तेमाल आप अदरक के स्थान पर कर सकते हैं।
पाचन को मजबूत करें
अपने खाने की मेज पर एक काँच के बर्तन में लंबे लंबे अदरक के पतले स्लाइस काट लें। उस पर कुछ बूंदें नींबू का रस निचोड़ दें। आप भी खाएं तथा पूरे परिवार को प्रोत्साहित करें हर भोजन में दो एक टुकड़े खा लेने के लिए। अदरक कब्ज, पेट दर्द, पेट की ऐंठन, मरोड़ व गैस जैसी समस्याओं से आपको छुटकारा दिला देगा और भोजन में स्वाद भी बढ़ायेगा। लेकिन हर रोज उतना ही बनाएँ जितना खाया जाए।

कैंसर से बचाव
अदरक कैंसर का इलाज नहीं है पर अदरक में एंटी इन्फ्लामेट्री (सूजन कम करने वाला) और एंटी-कैंसर (कैंसर के प्रभाव को कम करने वाला) गुण मौजूद होता है। इस गुण के कारण अदरक स्तन कैंसर, गर्भाशय के कैंसर और लिवर कैंसर से बचाव में बहुत कारगर है।

अल्जाइमर में पहुंचाए लाभ
अदरक में जिंजरोल, शोगोल और जिंजरोन जैसे कई फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं, जो दिमाग को संदेश पहुंचाने वाले न्यूरोन की प्राकृतिक क्षति को रोकने में मदद कर सकते हैं। अल्जाइमर दिमाग से संबंधित एक तंत्रिका विकार है, जिसमें बढ़ती उम्र के साथ लोगों में भूलने की समस्या देखी जाती है। इससे अल्जाइमर की समस्या में काफी हद तक राहत मिल सकती है।

उल्टी मितली में आराम
यदि उल्टी आ रही हैं तो पानी में थोड़ा सा अदरक डाल उस पानी को उबाल लें। अब आप इस उबले पानी का सिर्फ एक एक चमच थोड़ी थोड़ी देर बाद पीये। ऐसे जैसे की सिर्फ मुह गीला रहे। आप देखेंगे की उल्टी अपने आप ही रुक जाएगी थोड़ी देर बाद पानी भी हजम होने लगेगा।

दर्द को करे कम
अदरक में एनाल्जेसिक (दर्दनिवारक) गुण पाया जाता है। कभी कभी बच्चे बहुत भाग दौड़ कर लेते हैं। फिर टांगों में दर्द से सोते नहीं। ऐसे ही महिलाओं में भी मासिक धर्म में नसों में खिंचाव दर्द का कारण होता है। ऐसे में थोड़े से गुड में अदरक ओर जरा सा देसी घी में भून लें बच्चे शौक से खा भी लेंगे और दर्द भी गायब। महिलाओं को भी मासिक धर्म के समय इससे अन्यथा अदरक वाली चाय पी लेने से दर्द से छुटकारा मिलता है।

माइग्रेन के लिए
माइग्रेन का दर्द कितना असहनीय होता है। यदि माइग्रेन का दर्द सताये एक कप गरमागरम दूध में आप अदरक घिस कर डाल लें सिप सिप कर के पीयेँ। कमरे में अँधेरा कर सो जायेँ। आप उठेंगे तो दर्द गायब होगा। नींद भी आ जाएगी।

वजन घटाने में मददगार
अदरक एक फैट बर्नर की तरह काम करता है यह पेट, कमर और कूल्हों पर जमी चर्बी को कम करने में सहायक होता है। आप इसे डिटॉक्स ड्रिंक में भी शामिल कर सकते हैं। यहाँ तक की यह मोटापा पैदा करने वाले जोखिमों को दूर रखने में भी मदद करता है । अगर संतुलित खानपान के साथ साथ अदरक का सेवन किया जाए, तो निश्चित तौर पर वजन कम करने में मदद मिल सकती है। क्योंकि यदि आप एक स्लाइस अदरक गर्म पानी में उबाल वो पानी पी लें। आप को बहुत देर तक भूख का एहसास ही नहीं होगा।

प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए
अदरक का सेवन करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी रहती है। इसको भून भान कर डालने की अपेक्षा इसको कस लें बनी हुई गरम सब्जी में मिला दें। या चाय जब तैयार हो जाये कप में उड़ेल उस चाय में अदरक मिला पी लें । इससे आपकी इम्युनटी बढ़ेगी। खांसी, जुकाम, गला दर्द यदि अभी शुरू ही हुआ है तो ऐसे ही अदरक के इस्तेमाल से ठीक हो जायेगा यानी यह प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने में पूरा सहायक साबित हो सकता है इसके लिए आप अदरक के पाउडर(सोंठ) को भी चाय या काढ़ा में इस्तेमाल कर सकते हैं।
सूखा अदरक (सोंठ) के नाम से भी जाना जाता है।
यह ताजा अदरक से आता है जिसे इस्तेमाल करने से पहले सुखाया जाता है। यह एक महीन ऑफ-व्हाइट पाउडर है जिसमें तेज सुगंध और तीखा स्वाद होता है। अदरक पाउडर के सबसे अच्छे लाभों में से एक सिरदर्द से राहत दिलाता है। माथे पर पाउडर पेस्ट लगाने से सिरदर्द की सबसे आम समस्या ठीक हो जाती है। इस थेरेपी का इस्तेमाल सिर दर्द को ठीक करने के लिए किया जाता है। गले के दर्द से राहत पाने के लिए आप इस पेस्ट को अपने गले पर भी लगा सकते हैं। सबसे उत्तम लाभ जब अदरक बहुत महंगा हो जाता है। टीबी आप सोंठ का इस्तेमाल दाल या सब्जी में करें। हर मर्ज का इलाज केवल डॉक्टर के पास ही नहीं हमारी रसोई में भी है।

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