Saturday, 4 May 2024

दिल्ली एनसीआर की जहरीली हवाओं के कारण जा सकती है आपकी याददाश्त! हो सकती है अल्जाइमर-डिमेंशिया और पार्किंसंस जैसी खतरनाक बीमारियां: शोध

Delhi NCR Air Pollution: जैसे-जैसे सर्दी आ रही है दिल्ली एनसीआर की हवा जहरीली होती जा रही है। इससे न…

दिल्ली एनसीआर की जहरीली हवाओं के कारण जा सकती है आपकी याददाश्त! हो सकती है अल्जाइमर-डिमेंशिया और पार्किंसंस जैसी खतरनाक बीमारियां: शोध

Delhi NCR Air Pollution: जैसे-जैसे सर्दी आ रही है दिल्ली एनसीआर की हवा जहरीली होती जा रही है। इससे न केवल फेफड़े और दिल बल्कि पूरे शरीर पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। वहीं आंकडों की अगर बात करेंगे तो पिछले एक हफ्ते से राष्ट्रीय राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400-500 तक बना हुआ है। यह आंकड़े हैरान कर देने वाले हैं क्योंकि इससे लोग काफी प्रभावित हो रहे है।

ऐसे में एक शोध में यह खुलासा हुआ है कि इस तरह के वायु प्रदूषण (Air Pollution) न केवल हमारे दिमाग की क्षमता को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि इससे हमें कई गंभीर बीमारियां भी हो रही हैं। वायु प्रदूषण को लेकर इस शोध में क्या और खुलासे हुए है, आइए इस बारे में जान लेते हैं।

प्रदूषण से अल्जाइमर-डिमेंशिया और पार्किंसंस का खतरा

हार्वर्ड टीएच के एक मेटा विश्लेषण अध्ययन के मुताबिक, जो लोग वायु प्रदूषण पीएम 2.5 के संपर्क में रहते है उनमें अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसे बीमारियों के होने का खतरा काफी बढ़ जाता है। यही नहीं इतने पीएम में लोगों को यूरोलॉजिकल का भी खतरा रहता है।

एक दूसरे शोध में यह पाया गया है कि एयर पॉल्यूशन के कारण लोगों में पार्किंसंस की भी समस्या देखने को मिल रही है। बता दें कि पार्किंसंस दिमाग से जुड़ी बीमारी है जिससे न केवल मस्तिष्क बल्कि इससे लोगों को कई और समस्या भी होती है। जानकारों की अगर माने तो इससे लोगों को कंपकंपी, शरीर के बैलेंस बनाने में समस्या होती है।

20 से 25 सिगरेट पीने के बराबर है दिल्ली का प्रदूषण

दिल्ली और एनसीआर का वायु प्रदूषण दिन पर दिन खराब होता जा रहा है। इसका ज्यादा असर बच्चों और बुजर्गों पर पड़ रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली और एनसीआर में जो मौजूदा वायु प्रदूषण है वह काफी जहरीला है और वे इसकी तुलना 20 से 25 सिगरेट पीने से कर रहे है।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Chetnamanch इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)

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