kathmandu : काठमांडू। भारत और नेपाल सोमवार को आर्थिक एवं विकास सहयोग को और मजबूत करने पर सहमत हुए। इससे पहले विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने अपने नेपाली समकक्ष भरत राज पौडयाल से मुलाकात की और व्यापक द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर सार्थक चर्चा हुई।
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विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा सोमवार को देश के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व के साथ दोनों देशों के बीच व्यापक बहुमुखी सहयोग पर बातचीत करने के लिये दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को यहां पहुंचे।
नेपाल में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया कि विदेश सचिव श्री विनय मोहन क्वात्रा ने नेपाल के अपने समकक्ष श्री भरत राज पौडयाल से मुलाकात की और भारत नेपाल के बीच व्यापक साझेदारी की समीक्षा की।
दूतावास ने कहा कि दोनों पक्ष, दोनों देशों तथा पूरे क्षेत्र के लाभ के लिए अपने आर्थिक एवं विकास सहयोग को और मजबूत करने पर सहमत हुए।
बाद में क्वात्रा ने नेपाल की विदेश मंत्री बिमला राय पौडयाल से मुलाकात की और भारत तथा नेपाल के बीच व्यापक संबंधों को और मजबूत बनाने पर सार्थक चर्चा हुई।
दूतावास ने ट्वीट किया कि विदेश सचिव श्री विनय मोहन क्वात्रा ने नेपाल की विदेश मंत्री बिमला राय पौडयाल से आज मुलाकात की और भारत तथा नेपाल के बीच व्यापक संबंधों को और मजबूत बनाने पर सार्थक चर्चा हुई।
अपने दौरे के दौरान विदेश सचिव नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के साथ शिष्टाचार भेंट करेंगे ।
ऐसी संभावना है कि क्वात्रा इस दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड की संभावित भारत यात्रा के मुद्दे पर भी चर्चा करेंगे। प्रचंड ने कहा था कि वह अपनी विदेश यात्रा की शुरूआत भारत के दौरे से करेंगे।
नेपाल के विदेश मंत्रालय की ओर से रविवार को यहां जारी बयान में कहा गया है कि भारत और नेपाल के विदेश सचिव द्विपक्षीय सहयोग से संबंधित विभिन्न मामलों पर चर्चा करेंगे। इसमें संपर्क, विद्युत व्यापार, कृषि, स्वास्थ्य एवं संस्कृति सहित अन्य विषय शामिल हैं।
इसमें कहा गया था कि विदेश सचिव की यह यात्रा दो मित्र पड़ोसियों के बीच होने वाली यात्राओं के नियमित आदान-प्रदान के तहत हो रही है।
इससे पहले क्वात्रा के यहां पहुंचने पर त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनके नेपाली समकक्ष पौडयाल ने उनका स्वागत किया।
प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक शुरू होने से पहले उन्होंने पौडयाल के साथ आमने सामने की मुलाकात की।
विदेश सचिव स्तर की द्विपक्षीय बैठक में दोनों देशों की ओर से सात-सात सदस्यों ने हिस्सा लिया। नेपाल में भारतीय दूत नवीन श्रीवास्तव भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे, जबकि नेपाली विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव एवं प्रवक्ता सेवा लमसाल नेपाल के प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।
पिछले साल दिसंबर में प्रचंड के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली उच्चस्तरीय बैठक है।
सरकारी बैठकों के अलावा विदेश सचिव क्वात्रा के नेपाली कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा और सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष के पी शर्मा ओली समेत नेपाल के शीर्ष राजनीतिक नेताओं से भी मुलाकात करने की संभावना है।
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