Tuesday, 30 April 2024

लॉ प्रैक्टिस में नैतिकता का पालन करें वकील : न्यायाधीश पुष्करणा

Noida News : नोएडा (चेतना मंच)। एमिटी लॉ स्कूल  (Amity Law School) नोएडा द्वारा द इंटरनेशनल लॉ स्टूडेंट एसोसिएशन के सहयोग…

लॉ प्रैक्टिस में नैतिकता का पालन करें वकील : न्यायाधीश पुष्करणा

Noida News : नोएडा (चेतना मंच)। एमिटी लॉ स्कूल  (Amity Law School) नोएडा द्वारा द इंटरनेशनल लॉ स्टूडेंट एसोसिएशन के सहयोग से प्रख्यात फिलिप सी जेसप इंटरनेशनल लॉ मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2024 के भारतीय क्वालीफाइंग राउंड का ऑनलाइन आयोजन किया गया। जिसमें नेशनल लॉ इंस्टीटयूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू) भोपाल को प्रथम और दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।

फिलिप सी जेसप इंटरनेशनल लॉ मूट कोर्ट प्रतियोगिता 2024

इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न विधिक संस्थानों और लॉ यूनिवर्सिटी कुल 45 से अधिक टीमों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर बेस्ट ओरलिस्ट में नेशनल लॉ इंस्टीटयूट यूनिवर्सिटी भोपाल की समावी श्रीवास्तव को प्रथम, जोधपुर के नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के रोहित देसाई को द्वितीय और हैदराबाद के नेशनल एकेडमी फॉर लीगल स्टडीज एंड रिसर्च के आसिक करीम अब्दुल मलिक को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त दिल्ली की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की टीम और गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की टीम को संयुक्त रूप से टॉप मेमोरियल का प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।

इस अवसर पर दिल्ली उच्च न्यायालय की न्यायाधीश श्रीमती मिनी पुष्करणा ने कहा कि जो छात्र वकील बनेगें उन्हे सदैव रूल ऑफ लॉ के निर्देशों का पालन करते हुए कानून के अभ्यास में नैतिकता का पालन करना चाहिए। उन्होने मूट कोर्ट प्रतियोगिता के महत्व को बताते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता आपको व्यवसायिक जीवन के लिए तैयार करेगी।

Noida News:

दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अनूप जयराम भंभानी ने वकालत की कला और किताबी शिक्षा से अधिक कानून के अभ्यास के महत्व पर कानून के छात्रों से व्यापक बातचीत की। उन्होनें कहा कि कानून अदालतों से सीखा जाता है किताबों से भरे पुस्तकालय में नहीं। दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश वी कामेश्वर राव ने पिछले कुछ दशकों मे कानून की शिक्षा और अभ्यास में देखे गये परिवर्तनों का उल्लेख किया।

वकालत का पेशा कोई व्यवसाय नही हो सकता : शिक्षाविद् डा. अशोक कुमार चौहान

एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष व प्रसिद्घ शिक्षाविद् डा. अशोक कुमार चौहान (Dr. Ashok Kumar Chauhan) ने अतिथियों व छात्रों को संबोधित करते हूए कहा कि वकालत का पेशा कोई व्यवसाय नही हो सकता, यदि कोई वकील अपने कार्य को पूरी नैतिकता व लगन से करता तो वह अवश्य सफल होता है। आज के कानून के छात्र कल विश्व का नेतृत्व करेगें।

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