Tuesday, 30 April 2024

उत्तर प्रदेश सरकार का अनोखा प्रयोग, रोके जांएगे हादसे

UP News : उत्तर प्रदेश की सरकार प्रदेश में एक अनोखा प्रयोग करने वाली है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी…

उत्तर प्रदेश सरकार का अनोखा प्रयोग, रोके जांएगे हादसे

UP News : उत्तर प्रदेश की सरकार प्रदेश में एक अनोखा प्रयोग करने वाली है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश का परिवहन विभाग इस अनोखे प्रयोग को शुरू कर रहा है। उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग को भरोसा है कि इस अनोखे तथा अनूठे प्रयोग से उत्तर प्रदेश में सडक़ों पर होने वाले हादसे रोके जा सकेंगे। उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रहे सडक़ हादसों को रोकने में यह अनोखा प्रयोग बेहद मददगार साबित हो सकता है।

उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे हैं सडक़ों पर हादसे

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में सडक़ दुर्घटनाओं के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के परिवहन विभाग के पास मौजूद सडक़ हादसों (Road accident) के आंकड़े बेहद डरावने हैं। उत्तर प्रदेश के अपर परिवहन आयुक्त पुष्पसेन सत्यार्थी ने स्वीकार किया है कि उत्तर प्रदेश में सडक़ दुर्घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। उत्तर प्रदेश में होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं में हर साल बड़ी संख्या में नागरिकों की मृत्यु हो जाती है। उत्तर प्रदेश के अपर परिवहन आयुक्त पुष्पसेन सत्यार्थी ने बताया कि वर्ष-2022 में मार्च तक उत्तर प्रदेश में 22595 नागरिकों की मौत सडक़ दुर्घटनाओं के कारण हो गई थी। उन्होंने बताया कि वर्ष-2023 में उत्तर प्रदेश में सडक़ दुर्घटनाओं में 23652 नागरिकों की मौत सडक़ दुर्घटनाओं में हुई है। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में सडक़ दुर्घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही हैं।

क्या है उत्तर प्रदेश सरकार का अनोखा प्रयोग

उत्तर प्रदेश में सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अनेक उपाय शुरू किए हैं। इन्हीं उपायों में एक अनोखा प्रयोग भी शामिल है। दरअसल उत्तर प्रदेश के परिवहन विभाग ने तय किया है कि परिवहन विभाग ने नई तरकीब निकाली है। बसों, टैक्सियों आदि वाहनों में ड्राइवर के सामने डैशबोर्ड पर उसके परिवार की फोटो लगाई जाएगी, ताकि वह रफ्तार पर नियंत्रण रखे और सडक़ हादसों पर अंकुश लग सके।

UP News

उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के अफसरों को ऐसा लगता है कि फैमिली फोटो सामने होने पर ड्राइवर तीव्र गति से वाहनों को नहीं चलाएंगे। यह कवायद कितनी कारगर साबित होगी, यह देखना दिलचस्प होगा। लेकिन एक ओर जहां बढ़ते हादसों से सडक़ें खून से लथपथ हो रही है, सडक़ सुरक्षा फंड से परिवहन विभाग हादसों को रोकने के लिए पैसे पानी की तरह पैसे बहा रहा है। जागरुकता व प्रवर्तन दस्तों की कारवाइयों से हादसों पर रोक नहीं लग पा रही है। हादसों का ग्राफ घटने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में यह नया फंडा कितना असरकारी साबित होगा, कहा नहीं जा सकता। सर्कुलर के अनुसार मोटर कैब, मैक्सी, कैब, बस सहित सभी वाहनों में लिए यह अनिवार्य किया गया है। विभागीय अधिकारियों को उम्मीद है कि ऐसा हुझ करने से वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करेंगे, क्योंकि वह अपने परिवार के बारे में भी सोचेंगे और इससे हादसे रुक सकेंगे।

हुआ है प्रयास

परिवहन आयुक्त के अनुसार बीती नौ अप्रैल को प्रमुख सचिव परिवहन की अध्यक्षता में प्रदेश में बढ़ती सडक़ दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर बैठक आयोजित की गई थी। इसमें पुलिस महानिदेशक (सडक़ सुरक्षा एंव यातायात) ने इस व्यवस्था का जिक्र किया। इसे पहले आंध्र प्रदेश गों की मौत में लागू किया जा चुका है। यहां हादसों की संख्या में मैं प्रभावी कमी देखने को मिली। अब इसे यूपी में लागू किया जा रहा है।

UP News

थाने पहुंचकर 600 हिस्ट्रीशीटरों ने खाई कसम, प्रशासन का करेंगे सहयोग

ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करें। 

Related Post