Ayodhya Darshan Guideline : उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी अयोध्या धाम में भगवान श्रीराम लला अपने पुराने मंदिर से नए और भव्य मंदिर में विराजमान हो चुके हैं। नए मंदिर को पब्लिक के लिए भी खोल दिया गया है। मंदिर खुलने के पहले ही दिन 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अपने प्रिय रामलला के दर्शन किए थे। अयोध्या में अभी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है। यदि आप भी अयोध्या जाने का प्लान बना रहे हैं तो यहां दी गई ‘राम मंदिर दर्शन गाइडलाइन’ आपके बेहद काम आ सकती है।
Ayodhya Darshan Guideline
रामलला के दर्शन का समय
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने राम लला के दर्शन के लिए पूरा टाइम टेबिल तैयार किया है। इस टाइम टेबिल के अनुसार ही श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन हो सकते हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की वेबसाइट के अनुसार मंदिर के खुलने का समय सुबह- 6.30 से दोपहर 12.00 बजे तक दोपहर – 2.30 से रात 10.00 बजे तक है। नोट— श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस टाइम टेबिल में परिवर्तन किया जा सकता है।
कैसे होंगे राम लला के दर्शन
मंदिर में आपको सिंह द्वार होते हुए 32 सीढ़ी चढ़कर राम मंदिर में प्रवेश मिलेगा। इसके बाद आप पांच मंडप पार करके गर्भ गृह में रामलला के दर्शन 30 फीट दूरी से कर पाएंगे। राम मंदिर परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार से मंदिर की दूरी करीब 200 मीटर है। यहां से मंदिर तक पहुंचने के लिए बुजुर्गों और विकलांगों के लिए व्हीलचेअर की सुविधा भी रहेगी।
रामलला की आरती का समय
मंगला आरती- सुबह 4.30 बजे
श्रृंगार आरती- सुबह 6.30 से 7.00 बजे
भोग आरती – 11.30 बजे
मध्यान्ह आरती – दोपहर 2.30 बजे
संध्या आरती – शाम 6.30 बजे
शयन आरती – रात 8.30 से 9.00 बजे
रामलला के वीआईपी दर्शन और मंगला व श्रृंगार आरती के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अभी कोई व्यवस्था घोषित नहीं की है। श्रृंगार, भोग और संध्या आरती में भक्त शामिल हो सकेंगे।
भगवान दिन में ढाई घंटे (दोपहर 12 से ढाई बजे तक) विश्राम करेंगे। इस दौरान गर्भगृह के पट बंद रहेंगे।
आरती में शामिल होने की व्यवस्था
रामलला की आरती के समय मंदिर में उपस्थित रहने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास द्वारा नियम बनाए जा रहे हैं। फिलहाल बनाए गए नियमों के अनुसार एक समय की आरती में केवल 30 लोगों को ही पास मिल सकेगा। बिना पास के आप आरती में शामिल नहीं हो सकते हैं। आफलाइन पास प्राप्त करने के लिए मंदिर से कुछ दूरी पर श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का कैंप आफिस है, जहां से पास जारी किए जाते हैं। पास प्राप्त करने के लिए सरकारी आईडी प्रूफ दिखाना अनिवार्य है।
ऑनलाइन व्यवस्था
https://online.srjbtkshetra.org/#/aarti पर जाकर ऑनलाइन पास के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है, हालांकि अभी यह व्यवस्था एक्टिव नहीं हुई है। 27 जनवरी से व्यवस्था सामान्य होने की संभावना है। इसके बाद ही आप ऑनलाइन बुकिंग कर पाएंगे।
वीआईपी दर्शन
मंदिर में वीआईपी दर्शन की कोई आधिकारिक व्यवस्था, टिकट या शुल्क नहीं है। अभी व्यवस्थाएं तय की जा रही हैं।
मंदिर में प्रसाद क्या मिलेगा ?
राम मंदिर में भक्तों को ‘इलायची दाने’ का प्रसाद दिया जाएगा। यह चीनी और इलायची को मिलाकर बनाया जाता है। मंदिर परिसर में ही भक्तों को निःशुल्क प्रसाद की व्यवस्था है।
प्रसाद कहां से मिलेगा?
सभी भक्तों को प्रसाद बांटने के लिए मशीन लगाई गई है। ये मशीनें परिसर में दर्शनार्थियों के वापसी के रास्ते पर स्थापित हैं। अभी शुल्क के साथ प्रसाद की कोई व्यवस्था मंदिर में नहीं है।
क्या आप रामलला को भोग लगा सकते हैं
भक्त भी विशेष अनुमति से शाकाहारी और शुद्ध मिठाई और मेवे आदि का भोग लगवा सकते हैं। सुरक्षा कारणों से रामलला के मंदिर में भगवान को अर्पित करने के लिए नारियल, फूल माला, शृंगार या कोई और चीज भक्त नहीं ले जा सकेंगे। मंदिर दर्शन के वक्त आप अंदर केवल पैसा और चश्मा जैसी जरूरी चीजें ही ले जा सकेंगे। अन्य वस्तुओं के लिए दर्शन मार्ग पर लॉकर की सुविधा है।
कैसे जाएं अयोध्या
अयोध्या के लिए रेल, सड़क और हवाई मार्ग से सीधे पहुंचा जा सकता है।
अयोध्या के लिए हवाई जहाज
दिल्ली से इंडिगो एयरलाइन की फ्लाइट रोजाना सुबह 11.55 उड़ान भरती है जो आपको दोहपर 1.15 बजे पहुंचा देगी। एयर इंडिया एक्स की फ्लाइट सुबह दस बजे है। इसके अलावा मुंबई से दोपहर साढ़े बारह बजे, अहमदाबाद से सुबह 9.10 बजे, चैन्नई से दोपहर 12.40 बजे, बेंगलुरु से सुबह साढ़े सात और सुबह आठ बजे तथा कोलकाता से बुधवार को दोपहर 12.45 बजे तथा सोमवार व गुरुवार को दोपहर 1.25 अयोध्या के लिए फ्लाइट उपलबध है।
ट्रेन मार्ग
दिल्ली से वंदेभारत एक्सप्रेस सुबह 6.10 बजे, कैफियत एक्सप्रेस शाम 6.20 बजे, अमृतसर से सरयू यमुना एक्सप्रेस दोपहर 1.05 बजे, अहमदाबाद से साबरमती एक्सप्रेस रात 11.10 बजे, जयपुर से मरुधर एक्सप्रेस दोपहर 1.40 बजे, मुंबई से साकेत एक्सप्रेस सुबह 6 बजे, कोलकाता से KOAA JAT एक्सप्रेस दोपहर पौने बारह बजे, बेंगलुरु से वाईपीआर जीकेपी एक्सप्रेस रात 11.40 बजे।
इनके अलावा रेलवे ने अयोध्या को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ने के लिए एक हजार से अधिक स्पेशल ट्रेन संचालित करने की योजना बनाई है। इन ट्रेनों के बारे में आप अपने निकटवर्ती रेलवे स्टेशन से जानकारी हासिल कर सकते हैं। यह सभी स्पेशल ट्रेन अगले 100 दिन तक चलेंगी।
सड़क मार्ग
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने अपने हर डिपो से अयोध्या से एक या दो बसों का संचालन किया है। इसके अलावा देश के प्रमुख शहरों से अयोध्या के लिए बसों का संचालन किया जा रहा है। कुछ प्राइवेट ट्रेवल्स भी इन दिनों अयोध्या के लिए बसों का संचालन कर रहे हैं।
प्रमुख शहरों से अयोध्या की दूरी
दिल्ली से 688, मुंबई से 1600, जयपुर से 710, अहमदाबाद से 1350, इंदौर से 930, भोपाल से 781, चंडीगढ़ से 914, रायपुर से 782, रांची से 667 तथा पटना से 417 किलोमीटर की दूरी है। इसके अलावा यूपी के प्रमुख शहरों में आगरा से 468, लखनऊ से 137, गोरखपुर से 133, प्रयागराज से 167 तथा वाराणसी से अयोध्या की दूरी 218 किलोमीटर है।
अयोध्या में ठहरने के स्थल
जैन धर्मशाला, किराया 500 से 2000 रुपये
राम वैदेही मंदिर धर्मशाला, किराया 1000 से 3000 रुपये
कनक महल, 1000 से 3000 रुपये
राम होटल, 1000 से 3000 रुपये
रामप्रस्थ होटल, 1000 से 3000 रुपये
रमीला कुटीर, 5000 रुपये
रामायण होटल 20,000 रुपये
अयोध्या में भोजन की व्यवस्था
पूरी अयोध्या नगरी में शुद्ध शाकाहारी ही भोजन मिलता हे। कई होटल ऐसे भी हैं, जहां पर बिना लहसुन और प्याज का भोजन मिलता है। जानकी महल और जैन धर्मशाला में भी बिना लहसुन और प्याज का भोजन मिलता है। इसके अलावा कुछ छोटे छोटे ढाबे भी हैं, जहां पर शाकाहारी भोजन परोसा जाता है।