Sunday, 24 November 2024

श्रीलंका ने मान लिया भारत का एहसान, कहा थैंक्यू इंडिया

Sri Lanka :  श्रीलंका ने पूरे खुले मन से भारत का एहसान मान लिया है। श्रीलंका के आम नागरिक से…

श्रीलंका ने मान लिया भारत का एहसान, कहा थैंक्यू इंडिया

Sri Lanka :  श्रीलंका ने पूरे खुले मन से भारत का एहसान मान लिया है। श्रीलंका के आम नागरिक से लेकर श्रीलंका के राष्ट्रपति तक ने दिल से भारत के एहसान को स्वीकार किया है। श्रीलंका के अनेक सामाजिक संगठनों तथा सरकार ने कहा है कि थैंक्यू इंडिया आपने हमें आर्थिक मुसीबत से बाहर निकाल लिया है। यहां यह भी स्पष्ट करना जरूरी है कि पूरी तरह से डूब चुकी श्रीलंका की अर्थव्यवस्था तेजी से सुधर रही है। भारत ने श्रीलंका को 3.5 अरब डॉलर की सहायता दी है। श्रीलंका में जीवन सामान्य होने लगा है। इस बीच श्रीलंका का पर्यटन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है।

Sri Lanka

श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कहा थैंक्यू इंडिया

हाल ही में श्रीलंका में एक बड़ा आयोजन हुआ है। श्रीलंका के इस आयोजन का नाम अखिल भारतीय साझेदार बैठक रखा गया था। इस आयोजन में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने सार्वजनिक रूप से भारत का आभार जताया है। आपको बता दें कि श्रीलंका के कोलंबो में 20-22 जून तक आयोजित 31वीं अखिल भारतीय साझेदार बैठक को संबोधित करते हुए विक्रमसिंघे ने कहा कि नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए अपनी पिछली भारत यात्रा के दौरान उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ साझेदारी के प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा की थी। उन्होंने कहा, “दो मुश्किल वर्षों से गुजरने के बाद, मुझे यह स्वीकार करना होगा कि यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि भारत ने हमें 3.5 अरब डॉलर का ऋण दिया था। वह सब चुका दिया जाएगा।”

विक्रमसिंघे ने कहा कि पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा उन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है जिस पर दोनों देश संयुक्त रूप से काम करेंगे। उन्होंने कहा, “पिछले सप्ताह जब मैं दिल्ली में था, तो मैंने प्रधानमंत्री मोदी से उस संयुक्त कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की जरूरत पर चर्चा की, जिस पर हमने फैसला किया है, सहमति जताई है। इसलिए प्रमुख कार्यक्रमों की पहचान हो गई है।” उन्होंने कहा कि श्रीलंका ने कई प्रस्तावों पर चर्चा की है। विक्रमसिंघे ने कहा, “पहला है श्रीलंका और भारत के बीच ग्रिड इंटरकनेक्शन, ताकि पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा भारत को भेजी जा सके, जहां आप सभी को इसकी बहुत जरूरत है. हमारे पास सामपुर सौर ऊर्जा परियोजना है, जो अंतरसरकारी परियोजना है, और एक तीन-द्वीप परियोजना है, जहां हम उम्मीद करते हैं कि जुलाई में शिलान्यास हो सकता है।”उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त श्रीलंका और भारत के बीच भूमि संपर्क स्थापित करने की परियोजना पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। Sri Lanka

नीट परीक्षा धांधली के खिलाफ सड़क पर उतरे सपाई, दादरी में प्रदर्शन

ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करे

Related Post