Thursday, 28 November 2024

Prithviraj Chauhan: राजपूत नहीं थे पृथ्‍वीराज चौहान? दिल्ली हाईकोर्ट से गुर्जर समाज के पक्ष में आया फैसला

Prithviraj Chauhan: बहुचर्चित “सम्राट पृथ्वीराज” फ़िल्म को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) का गुर्जर समाज के पक्ष में बड़ा…

Prithviraj Chauhan: राजपूत नहीं थे पृथ्‍वीराज चौहान? दिल्ली हाईकोर्ट से गुर्जर समाज के पक्ष में आया फैसला

Prithviraj Chauhan: बहुचर्चित “सम्राट पृथ्वीराज” फ़िल्म को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) का गुर्जर समाज के पक्ष में बड़ा फैसला!! जज ने यशराज बैनर को कहा आप ये स्पष्ठ क्यो नही कर देते की पृथ्वीराज चौहान राजपूत नहीं है, आप चुप क्यों है! दिल्ली हाईकोर्ट में गुर्जर समाज (Gurjar) द्वारा दायर याचिका (W.P.(C) 8990/2022 में आपत्ति जताई गई थी कि इतिहास में दर्ज अनेको तथ्यों में महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान को स्पष्ठ रूप से गुर्जर सम्राट व गुर्जर नरेश कहा गया है, उनके पिता के साथ भी गुर्जर जुड़ा हुआ है फिर भी यशराज फ़िल्म्स के बैनर तले बनी फ़िल्म में महान गुर्जर सम्राट पृथ्वीराज (Prithviraj Chauhan) को चंद असामाजिक तत्वों के दबाव में जबर्दस्ती राजपूत राजा दिखाने के प्रयासः किये जा रहें है, इस कृत्य को घोर आपत्तिजनक बताते हुए इस फ़िल्म की रिलीज़ पर रोक लगाने की अपील की थी ।

आज 1 जून 2022 को दिल्ली हाईकोर्ट की 2 जजों की पीठ ने इस मामले को सुनते हुए यशराज बैनर को कहा आप ये स्पष्ठ क्यो नही कर देते की पृथ्वीराज चौहान (Prithviraj Chauhan) राजपूत नही है, इस मामले में आप चुप क्यों है! 300 करोड़ की लागत से बन रही अक्षयकुमार अभिनीत इस फ़िल्म को बनाने वाले यशराज बैनर ने इस विवाद से पल्ला झाड़ते हुए स्पष्ठ कर दिया है कि उनकी फ़िल्म में पृथ्वीराज चौहान को राजपूत सम्राट नही दिखाया जाएगा।

हाईकोर्ट में उपस्थित टीम गुर्जर समन्यव समिति से बाबा अनंतराम तँवर व एडवोकेट दिवाकर विधूड़ी।

फैसले को लेकर गुर्जर समाज मे जबरदस्त उत्साह है और उन्होंने कहा कि ऐतेहासिक तथ्यों के अनुसार राजपूत कोई जाति है ही नही ओर राजपूत शब्द का उल्लेख 12वी शताब्दी के बाद ही इतिहास की पुस्तकों में आता है, जबकि चंद असामाजिक तत्व बार बार “गुर्जर-प्रतिहार राजवंश” के नाम से छेड़छाड़ करके केवल अब केवल “प्रतिहार राजवंश” बताकर 300 वर्षों तक मुश्लिम आक्रांताओ से देश व धर्म की रक्षा करने वाले महानतम गुर्जर-प्रतिहार सम्राट मिहिरभोज महान ओर उनके वंशजो को भी राजपूत बताने लगे हैं.

इसी कड़ी में अब सम्राट पृथ्वीराज (Prithviraj Chauhan) को भी राजपूत घोषित कर रहें थे जबकि ऐसा नही, राजपूत समाज के इन चंद असामाजिक तत्वों की हिंदुओ को जाति के नाम पर तौड़ने की हरकतों के कारण ही उत्तरप्रदेश के दादरी में “गुर्जर सम्राट मिहिरभोज डिग्री कॉलेज” में मिहिरभोज की प्रतिमा के अनवारण के समय गुर्जर शब्द पर आपत्ति जताते हुए गुर्जर शब्द को असमाजिक तत्वों द्वारा कालिख़ पौतकर छिपा दिया गया था, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी द्वारा कालिख़ पुती प्रतिमा के अनावरण के बाद उपजे गुर्जर समाज के आक्रोश के कारण योगी सरकार ने इस त्रुटि को अपने राज्यसभा साँसद सुरेंद्र नागर को भेजकर सही कराया और गुर्जर शब्द को पुनः स्थापित कराया था जिसके बाद विवाद का पटाक्षेप हो गया था हालांकि गुर्जर समाज योगी जी व बीजेपी द्वारा इस विषय पर माफी माँगने की माँग करता रहा है।

https://chetnamanch.com/gautam-budh-nagar/greater-noida/bjp-leaders-wrote-the-word-gurjar-in-the-statue-case/

दिल्ली हाई कोर्ट में “गुर्जर समाज सर्व संघठन सभा एकता समन्वय समिति” की हालिया याचिका पर सुनवाई में गुर्जर समाज के द्वारा दिये गए तथ्यों को हाईकोर्ट ने सही माना फैसला गुर्जर समाज के पक्ष में गया, गुर्जर समाज ने इस जीत को ऐतेहासिक व नीतिगत जीत बताया है।

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